आदत को अंग्रेजी में ‘Habit’ कहते हैं। यह लैटिन भाषा के Habitus / Habere शब्द से बना है। जिसका अर्थ होता है ‘प्राप्त करना’
जब व्यक्ति किसी कार्य को अपनी इच्छा से जान-बूझ कर बार-बार करता है। तब वह क्रिया कुछ समय बाद बिना प्रयास के अपने आप होने लगती है। इसी बार-बार दोहराये गये ऐच्छिक कार्यों के परिणाम को आदत कहते हैं।
अतः हम कह सकते हैं कि आदत एक प्रकार का अर्जित व्यवहार है जिसमे किसी क्रिया के करने का ढंग (तरीका) निहित होता है।
जैसे: खाना-पीना, उठना-बैठना, आदि एक विशेष आदत के अनुसार ही होते हैं।
आदतें एक दिन में नहीं बनतीं, इन्हें बनाने में कई दिनों का वक्त लगता है लेकिन एक बार अगर किसी चीज की आदत लग जाए तो इसे खत्म करना बहुत मुश्किल होता है। आदतें हमारी जिंदगी का हिस्सा होती हैं। कई बार आदतों के जरिए इंसान की पहचान भी होती है। हर इंसान की अलग-अलग आदतें होती हैं जो कि अच्छी-बुरी दोनों हो सकती हैं।
क्या आदतों को बदला जा सकता है? आखिर परिवर्तन ही संसार का नियम है! तो क्या हम खुद को बदलने में सफल हो पाएंगे? सोचिए।
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